Business Shayari in Hindi | बिज़नस शायरी
(1)
जिनको अपने काम पर भरोसा होता हैं,
वो नौकरी करते हैं,
जिनको अपने आप पर भरोसा होता हैं,
वो व्यापार करते हैं…
(2)
खोल दे पंख मेरे, कहता हैं परिंदा,
अभी और उड़ान बाकी हैं,
जमी नही है मंजिल मेरी,
अभी पूरा आसमान बाकी हैं,
लहरों की ख़ामोशी को समंदर की,
बेबसी मत समझ ए नादान,
जितनी गहराई अंदर हैं, बाहर उतना तूफ़ान बाकी हैं…
Business Attitude Shayari
(3)
संघर्ष में आदमी अकेला होता है,
सफलता में दुनिया उसके साथ होती है,
जिस-जिस पर ये जग हँसा है,
उसीने इतिहास रचा है…
(4)
अभी को असली मंजिल पाना बाकी है,
इरादों का इम्तिहान बाकी है,
अभी तो तोली है मुट्ठी भर जमीन,
अभी तोलना आसमान बाकी है…
(5)
परिंदो को मिलेगी मंज़िल एक दिन,
ये फैले हुए उनके पर बोलते है,
और वही लोग रहते है खामोश अक्सर,
ज़माने में जिनके हुनर बोलते है…
(6)
बदल जाओ वक्त के साथ,
या फिर वक्त बदलना सीखो,
मजबूरियों को मत कोसो,
हर हाल में चलना सीखो…
(7)
आज तेरे लिए वक्त का इशारा है,
देखता ये जहां सारा है,
फिर भी तुझे रास्तों की तलाश है,
आज फिर तुझे मंज़िलो ने पुकारा है…
Motivational Business Shayari
(8)
अपनी उलझन में ही अपनी, मुश्किलों के हल मिले,
जैसे टेढ़ी मेढ़ी शाखों पर भी रसीले फल मिले,
उसके खारेपन में भी कोई तो कशिश जरुर होगी,
वर्ना क्यूँ जाकर सागर से यूँ गंगाजल मिले…
(9)
मुश्किलें दिल के इरादे आजमाती हैं,
स्वप्न के परदे निगाहों से हटाती हैं ,
हौसला मत हार गिर कर ओ मुसाफिर ,
ठोकरें इन्सान को चलना सिखाती हैं…
(10)
बिज़नस में अपनापन तो हर कोई दिखाता हैं,
पर अपना कौन हैं? ये वक्त बताता हैं…