Manch Sanchalan Shayari in Hindi - मंच संचालन शायरी

Manch Sanchalan Shayari in Hindi

(1)

अपनी कद्रदानी को,
इस तरह ना छिपाइए,
अगर प्रस्तुति पसंद आई हो,
तो तालियाँ बजाइये…


(2)

ठीक नहीं कहना मेरा सबसे यह हर बार,
करतल ध्वनि हो जाये तो हो जाये उपकार,
बिना कहे बजती रहें हर प्रस्तुति के बाद,
तड़-तड़ वाली तालियाँ तब है कोई बात…

Manch Sanchalan Swagat Shayari

(3)

ये नन्हे फुल तब महकते हैं,
जब खुदा की नीली छत्रियां तनती हैं,
इन नन्हे मुन्हे फरिश्तो के लिए,
जोरदार तालियाँ तो बनती हैं…


(4)

पूजा हो मंदिर में तो थाली भी चाहिए,
गुलशन है गुल का तो माली भी चाहिए है,
दिल है दिलवाला तो दिलवाली भी चाहिए,
कार्यक्रम है हमारा तो आपकी ताली भी चाहिए…

Manch Sanchalan 15 August & 26 January Shayari

(5)

कार्यक्रम में खुशियों का महोत्सव हो जाएगा,
समंदर में लहरों का महोत्सव हो जाएगा,
शोभा आपकी और हमारी दो दूनी चार होगी,
जब आपकी तालियों का महोत्सव हो जाएगा…

Tali Shayari

(6)

कव्वाल की शोभा कव्वालियों से होती है,
गुलाब की शोभा उसकी लालियो से होती है,
कलाकार की शोभा कलाकारियो से होती है,
और दर्शको की शोभा उनकी तालियों से होती है…


(7)

भ्रमर परागों पर बैठेगें धरी रहेगी रखवाली,
खुश्बू ख़ुद उड़ने को आतुर क्या कर लेगा जी माली,
हम तो खुशी बांटने आये, खुशी बांटकर जायेंगे,
चलो बजा दो सारे मिलकर, एक बार खुलकर ताली…

Manch Sanchalan Funny Shayari

(8)

ताली आप बजाओगे, बिखर जायेगा नूर,
बज जायेगा ह्रदय में, बच्चों के संतूर,
अधिक परिश्रम से किया, इनने आज धमाल,
ये बच्चे हक़दार हैं, ताली हो भरपूर…


(9)

बंधन में है दिल एक बहाली तो बनती है,
नीरस से माहौल में एक खुशहाली तो बनती है,
यह रंग जो बिखरे है पर्दें पर गर समेटने है तो,
जनाब आपकी एक ताली तो बनती है…

Best Anchoring Shayari

(10)

बिन बूंदो के बारिश का एहसास कैसे होगा,
जूनून हो दिल में जिसके वो हताश कैसे होगा,
कार्यक्रम के इस रंग का मिज़ाज़ कैसा है,
बिन ताली के हमें यह एहसास कैसे होगा…